शीघ्र पतन संभोग से ठीक पहले वीर्य के स्खलन के लिए प्रयोग किया जाता है। पुरुष की इच्छा के विरुद्ध उसका वीर्य अचानक स्खलित हो जाए, स्त्री सहवास करते हुए संभोग शुरू करते ही वीर्यपात हो जाए और पुरुष रोकना चाहकर भी वीर्यपात होना रोक न सके, अधबीच में अचानक ही स्त्री को संतुष्टि व तृप्ति प्राप्त होने से पहले ही पुरुष का वीर्य स्खलित हो जाना या निकल जाना, शीघ्रपतन कहलाता है।
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शीघ्र पतन |
शीघ्र पतन की सबसे खराब स्थिति यह होती है कि सम्भोग क्रिया शुरू होते ही या होने से पहले ही वीर्यपात हो जाता है। यह ज़रूरी नहीं है कि शीघ्रपतन होने की मूल वजह कोई बीमारी ही हो। अलग-अलग लोगों के बीच सामन्य शारीरिक अंतर या यौन में अनुभव न होना भी इसकी कुछ वजहें हो सकती हैं। कई बार शीघ्रपतन के रोगी के मन में अनेक भ्रम एवं भ्रांतियाँ होती हैं उन्हें काउंसलिंग द्वारा ही दूर किया जा सकता है तथा रोगी के मन में व्याप्त भय एवं चिंता काउंसलिंग के माध्यम से दूर की जा सकती है।
शीघ्रपतन रोग के लिए आयुर्वेदिक उपाय
1. प्याज - प्याज में ऐसे गुण होते है जो शरीर में यौन समस्याओं को दूर कर देते है। हरा और सामान्य, दोनों ही प्रकार के प्याज फायदेमंद होते है। हरी प्याज के बीज को एक गिलास पानी में घोलकर पी जाएं। इसे भोजन करने से पहले लें, इससे शरीर में ताकत आती है।
2. भिंडी - भिंडी से बना पाउडर, शीघ्रपतन की समस्या में रामबाण होता है। इसके दस ग्राम पाउडर को एक गिलास मिल्क में घोलकर पिने से शीघ्रपतन की समस्या दूर होती है।
3. अश्वगंधा - अश्वगंधा एक प्राचीन औषधि है जो भारत में कई वर्षो से प्रसिद्ध है। इससे कई प्रकार की यौन समस्या दूर हो जाती है। इस हर्ब के सेवन से लिबिबो की मात्रा बढ़ती है जो शीघ्रपतन से आराम दिलवाता है। इसके सेवन से शारीरिक मजबूती आती है और नपुंकसता भी दूर हो जाएगी
कुछ घरेलू नुस्खे आजमा कर इससे राहत पाया जा सकता है।।
उड़द की धुली हुई दाल आधी कटोरी और पुराने चावल आधा कटोरी मिलाकर खिचड़ी बना लें। सुबह या शाम को इस खिचड़ी को देसी घी डालकर अच्छे से चबा चबा कर खाएं। इसके बाद एक गिलास गुनगुना मीठा दूध पी लें। इसे एक महीने तक खाएं। अपनी पाचन शक्ति के हिसाब से जितनी आसानी से पचा सकें उतनी ही खाएं। शुरू में मात्रा थोड़ी कम लें। फिर हजम हो रही है तो बढ़ाते जाएँ। बहुत अच्छी तरह चबाया जाना जरुरी है ताकि पच सके। पचेगी तभी असर होगा। बहुत लाभकारी और आसान है।
1. 5 ग्राम अश्वगंधा पाउडर लेकर उसमें बराबर मात्रा में मिश्री मिलाएं और गुनगुने दूध के साथ सुबह शाम लें। कुछ समय तक लगातार लेने से फायदा होगा।
2. 4-4 ग्राम मूसली पाउडर सुबह शाम खाने के बाद दूध से लेने इससे वीर्य गाढ़ा होता है जिससे शीघ्रपतन में आराम मिलता है।
3. जामुन की गुठली का पाउडर शीघ्रपतन में बहुत फायदेमंद होता है इसे 3-3 ग्राम मात्रा में कुछ दिन लगातार लेने से फायदा मिलता है।
4. रात को सोने से पूर्व 1 चम्मच अदरक का पेस्ट शहद के साथ चाटे। अदरक के सेवन से शरीर में गर्मी आती है और ब्लड का सर्कुलेशन भी अच्छा होता है।
5. शिलाजीत का सेवन ज्यादातर सर्दियों में किया जाता है। इसके लिए माचिस की तीली बिना मसाले वाली साइड से डुबोकर जितना आये उतना शिलाजीत सुबह शाम दूध में मिलाकर लेते हैं गर्मियों में कम मात्रा में सेवन करते हैं।
6. शतावर , अश्वगंधा और गोखरू तीनो 100 -100 ग्राम ( पंसारी के मिलेंगे ) लेकर बारीक पीस कर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में से एक चम्मच लेकर शहद में मिलाकर खा लें। ऊपर से एक गिलास ठण्डा मीठा दूध पी लें। इसे सुबह खाली पेट लें। रात को खाना खाने के दो घंटे बाद लें। तेल ,खटाई कम मात्रा में ही लें या नहीं लें।
योग प्राणायाम वैसे भी संपूर्ण शरीर के लिए फायदेमंद है किंतु शीघ्रपतन की चिकित्सा में इससे विशेष लाभ मिलता है। जैसे – वज्रासन, मंडूकासन, शीर्षासन आदि। इसके अलावा कई बार बिहेवियरल थेरेपी बहुत फायदेमंद साबित होती है:
1. हस्तमैथुन: इसमें सेक्स करने से 2 घंटा पहले हस्तमैथुन करने की सलाह दी जाती है जिससे सेक्स करते समय अर्ली डिस्चार्ज नहीं हो पाता है।
2. एक्सरसाइज
शीघ्रपतन के लिए डॉक्टर विशेष एक्सरसाइज बताते हैं जो काफी कारगर साबित हो सकती है।
3. Start एंड Stop तकनीक
इस विधि के अंतर्गत साथी मास्टरबेशन करता है जैसे ही पुरुष डिस्चार्ज होने को होता है वह अपने पार्टनर को इशारा कर देता है. पार्टनर उसी समय मास्टरबेशन रोक देता है। जैसे ही उत्तेजना कम होती है फिर से यही प्रोसीजर दुबारा से करते हैं इसमें धीरे-धीरे वीर्य स्खलन रोकने की शक्ति बढ़ जाती है।
4. Squeeze तकनीक
इस तकनीक में पार्टनर हस्तमैथुन शुरू करता है जैसे ही स्खलन होने को होता है, साथी सुपारी के हिस्से को जोर से दबा देता है, जिससे इस वीर्य का बहाव बंद हो जाता है। धीरे-धीरे अभ्यास से डिस्चार्ज का समय बढ़ जाता है।
और अंत में मेरी यही सलाह रहेगी कि ऐसे लोगों को अंदर से मजबूत रहने की जरुरत है। अपने मन को स्थिर और साकारात्मक सोच की जरुरत है। एक्सरसाइज करते रहें। सेक्स के कुछ समय पहले हल्का भोजन करें। ड्रींक न करें और अपने साथी के साथ पॉजीटिव रिएक्ट करें।
कृप्या करके कमेंट और शेयर करना ना भूलें।
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